जयस ने मध्यप्रदेश में भूमि डायवर्सन बिल प्रस्ताव के विरोध में राष्ट्रपति के नाम जिलाधीश इंदौर को सौपा ज्ञापन


 इंदौर! मध्यप्रदेश शासन द्वारा कैबिनेट में प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें यह कहा गया कि आदिवासी क्षेत्रों में गैर आदिवासी को जमीन डायवर्सन में अब कलेक्टर की बिना अनुमति के ऑनलाइन आवेदन कर डायवर्सन किया जा सकेगा। इस सम्बंध में जय आदिवासी युवा शक्ति जयस द्वारा इंदौर में राष्ट्रपति महोदय के नाम इंदौर एसडीएम महोदय रवि कुमार सिंह को ज्ञापन दिया गया जिसमे कहा गया कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा संविधान में लिखित आदिवासी लेंड रेवेन्यू कोड 1959 के सेक्शन 165,172 को समाप्त कर दिया गया यानी कि संशोधन कर दिया गया जो कि संविधान का उल्लंघन है साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा अनुच्छेद 13(3) की अवेहलना की जा रही है जबकि आदिवासी क्षेत्रों में गैर आदिवासी की जमीन का डायवर्सन तत्काल नही हो सकता क्योंकि ऐसा करने से आदिवासी क्षेत्रों में उद्योग स्थापित होंगे और आसपास के आदिवासियों को उनकी ही जमीन से विकास के नाम पर जमीन से बेदखल किया जाएगा मध्यप्रदेश केबिनेट के इस प्रस्ताव से अनुसूचित क्षेत्रों में गैर आदिवासी की घुसपैठ शुरू हो जाएगी जो कि पांचवी अनुसूची का खुल्ला उल्लंघन है आदिवासी समाज की मांग है कि आदिवासी क्षेत्रों में विकास हो लेकिन वह आदिवासी की लाश पर न हो क्योकि अब तक जितने भी विकास के दावे किए गए वह अधिक्तर आदिवासी क्षेत्रों में हुए जहाँ से आदिवासियों को उनकी जमीन से बेदखल कर विस्थापित कर दिया गया जिसे लाखो की संख्या में आदिवासी पहले भी बेघर हुए साथी ही अपनी ही जमीन को छोड़कर दूसरी जगह चले गए। इस तरह के प्रस्ताव का आदिवासी समाज विरोध करता है ज्ञापन का वाचन जयस के लोकेश मुजाल्दा द्वारा किया गया जिसमें मांग की गई मध्यप्रदेश शासन लेंड रेवेन्यू कोड 1959 के सेक्शन 165,172 को यथावत रखा जाए एवं संविधान में प्रदत्त आदिवासियों के समस्त मौलिक आधिकारो को धरातल पर पूर्ण रूप से लागू किया जाए एवं साथ ही यह भी मांग की गई कि इस फैसले को मध्यप्रदेश सरकार तत्काल निरस्त करें अगर प्रस्ताव निरस्त नही होता है तब पूरे मध्यप्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस मौके पर जयस के साथी लोकेश मुजाल्दा, बाबूलाल बघेल,सुनील रावत, विनु आवस्या, जयस नारी शक्ति रीना मौर्य, अरविंद मोरी,सुनील जमरा, उमराव जमरा, संदीप वास्कले, कालू जमरा,जीतू टैगोर, मनोज मुजाल्दे, सुरेंद्र बामनिया, चेतन मुजाल्दे,दिलीप डोडवे,ओमप्रकाश रावत,कनसिह,दीपक मण्डलोई राहुल मौर्य आदि साथी रहे उपस्थित आभार बाबूलाल बघेल ने माना।