अधेड़ बुजुर्ग की हत्या कर 11 साल से फरार आरोपी राजगढ़ पुलिस की गिरफ्त में, टेलीविजन धारावाहिक क्राइम पेट्रोल से सीख लेकर आज तक छुपता फिरता रहा आखिरकार आया पुलिस के चंगुल मे

थाना मलावर, राजगढ़


           मामला थाना मलावर क्षेत्र का है  जहां ग्राम सुंदरपुरा में  पैर से लाचार एक व्यक्ति अपने जीवन यापन में विलीन था परंतु समय का चक्र अपने साथ बहुत कुछ लेकर आता है जिसके चलते  लोगों के कटाक्ष और हीन भावना के कारण एक व्यक्ति हत्यारा बन गया जिसने एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गया।     
               घटना यहीं सीमित नहीं है उस व्यक्ति ने क्रोध की अग्नि में जलकर एक व्यक्ति को मौत की नींद सुला ही दिया था वही टीवी धारावाहिक क्राइम पेट्रोल और सावधान इंडिया  से सीख लेकर अपने आप को पुलिस के चंगुल से दूर रखने के हरसंभव प्रयास उस  शख्स द्वारा किए गए परंतु होनी को कुछ और मंजूर था हत्यारा आखिरकार 11 साल बाद भी पुलिस से ना बच सका और आज  राजगढ़ पुलिस की गिरफ्त में है ।
             घटना करीब 11 वर्ष पुरानी है जब मलावर क्षेत्र के ग्राम सुंदरपुरा के रहने वाले रोड जी उर्फ रोडू पिता रामसिंह सहरिया ने गांव के ही भंवर लाल पिता किशोरी लाल सहरिया उम्र 56 साल निवासी सुंदरपुरा की लाठियों से मार-मार कर निर्मम हत्या कर दी थी। 
          रोड जी उर्फ रोडू सहरिया ग्राम सुंदरपुरा में ही निवास करता था उसकी शादी भी हो चुकी थी परिवार चलाने के लिए वह कच्ची शराब बनाता था और रोडू के मां-बाप जंगल से लकड़िया लाकर लखनवास में बेचा करते थे जिससे उनका जीवन यापन अच्छा चल रहा था रोडू का कच्ची शराब का धंधा भी ठीक ठाक ही चल निकला था जिस पर पड़ोसी भंवरलाल सहरिया और उसके परिजनों की नजर पड़ी तो 1 दिन भंवरलाल ने दारू के नशे में रोड जी से कह डाला कि लंगड़े तू बहुत दारु बेच रहा है और गालियां देकर उसे कहा कि तुझे तो मैं गांव से ही बाहर निकलवा दूंगा बस फिर क्या था भंवरलाल के शब्द  एक तीर की भांति रोड जी के कलेजे को छलनी कर गए और गुस्से में आकर रोडू ने लठ से भंवरलाल के ऊपर वार कर दिया  लाठी की चोट इतनी तेज थी कि भंवरलाल वहीं जमीन पर धराशाई हो गया और रोड जी घबरा कर मौके से फरार हो गया। 
             घटना की सूचना थाना मलावर पुलिस को प्राप्त होने पर फरियादी कमल सिंह पिता राम सिंह यादव उम्र 28 साल निवासी सुंदरपुरा की सूचना पर आरोपी रोड जी उर्फ रोडू पिता रामसिंह सहरिया निवासी सुंदरपुरा के विरुद्ध दिनांक 05/10/2008 को अपराध क्रमांक 138/2008 धारा 302 भारतीय दंड विधान के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। दर्ज अपराध में विवेचना के दौरान आरोपी रोडू की तलाश के हर संभव प्रयास किए गए परंतु रोडू का मिलना बहुत मुश्किल हो रहा था जिस पर माननीय न्यायालय से अनुमति प्राप्त कर आरोपी के विरुद्ध फरारी में चालान पेश किया गया। 
          घटना  काफी पुरानी होने से पुलिस भी गोपनीय सूत्रों की मदद से आरोपी की तलाश में जुटी हुई थी वहीं जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा द्वारा जब मामले में संज्ञान लिया गया और थाना प्रभारी मलावर को विशेष निर्देश दिए गए जिला पुलिस कप्तान ने उक्त मामले में स्वयं मॉनिटरिंग करते हुए आरोपी के जीवन की पिछली बातों को दोहराया जिसमें उसके रहन-सहन और जीवन यापन से संबंधित कई तथ्य उभरकर सामने आए अपराध के संबंध में पुलिस कप्तान द्वारा विशेष टिप्स भी दिए गए जिसके चलते पुलिस पुनः आरोपी की तलाश में जुट गई और आखिरकार आरोपी को पकड़ने में सफल हुई। 
           यहां यह बताना गौरतलब होगा कि आरोपी भी काफी शातिर प्रकृति का था जो क्राइम पेट्रोल और सावधान इंडिया जैसे टीवी धारावाहिकों को देख देख कर उनसे सीख लेता और अपने बचने छिपने के ठिकानों को बदल बदल कर रह रहा था राजगढ़ पुलिस ने भी शुरुआत वहीं से की जहां से आरोपी फरार हुआ था सीढ़ी दर सीढ़ी  आरोपी रोडू के संबंध में जानकारी जुटाई जा कर आरोपी को इंदौर से गिरफ्तार किया गया 11 साल तक आरोपी रोड़ी लाल पुलिस से छिपता फिरता रहा। 
           आरोपी से जब पूछताछ की गई कि कैसे उसने अपने 11 साल पुलिस से बचकर बिता पाए तो उसने ऐसे ऐसे चौकाने वाले खुलासे किए जिसे सुनकर कोई भी हतप्रभ हो जाएगा आरोपी ने अपने कथनों में बताया कि जब पुलिस मुझे ढूंढने इंदौर पहुंची तो मेरी पत्नी ने मुझे फोन पर सूचना दे दी थी मैंने मेरी पत्नी से कहा कि थोड़ी थोड़ी देर में खिड़की से झांक कर देखना कि तुम्हें जिन लोगों पर शंका है वह पुलिस वाले दिख रहे हैं या नहीं वह काले जूते पहने हैं या नहीं वह अपने घर की ओर ही देख रहे हैं या नहीं इस तरह की कई पत्नी ने आरोपी को बताएं शंका गहराने पर पति पत्नी दोनों इंदौर से फरार होने की जुगत में लग गए। 
         घटना कर फरार होने के बाद आरोपी रोडू और उसकी पत्नी ने अपने जीवन यापन के लिए बहुत संघर्ष किया गांव से भागने के बाद वह सुठालिया पहुंचे सुठालिया से गुना पहुंचे गुना में काम धंधा नहीं मिलने पर काम की तलाश में गुड़गांव दिल्ली पहुंचे जहां कुछ बिहारी लोगों की नजर उसकी बीवी पर पड़ी रोडू को लगा कि वह पैर से असमर्थ है तो अपनी बीवी को लेकर वह हरिद्वार आ गया हरिद्वार में पंडितों द्वारा पूछताछ करने पर उसे लगा कि वह पकड़ा जाएगा तो वहां से वह ऋषिकेश चला गया कुछ समय ऋषिकेश में रुकने पर लोगों ने उससे पूछताछ शुरू कर दी फिर वहां से आरोपी रोड भोपाल चला आया भोपाल में काम नहीं मिलने पर  वह और उसकी बीवी इंदौर पहुंचे इंदौर पहुंचने के बाद उसे एक चाय वाला मिला जिसने उसकी मदद की और उसे कुछ काम दिलवाया वह जूतों को सस्ते में लाकर मार्केट में जगह-जगह बेचा करता था यहां गौर करने वाली बात यह है आरोपी रोड जी ने कभी भी एक स्थान पर  अपनी दुकान नहीं लगाई उसे बार-बार क्राइम पेट्रोल और सावधान इंडिया धारावाहिक के सीन याद आ जाया करते थे जिन्हें ध्यान में लाकर वह हमेशा जगह बदल दिया करता था, कभी-कभी पुलिस से बचने के लिए उसे अपना रूप रंग भी  बदलना पड़ा था। 
           राजगढ़ पुलिस ने काफी मशक्कत करके ऐसे शातिर अपराधी को पकड़ा है पुलिस भी काफी दिनों तक उसकी तलाश करते भेष बदलकर उसके घर के आस पास रेकी करती रही, हालांकि उसकी पत्नी को शक होने पर ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ सका। 
           जिला पुलिस कप्तान के विशेष निर्देशन में थाना मलावर की पुलिस टीम ने आखिरकार उक्त हत्यारे को अपने चंगुल में ले लिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नवल सिंह सिसोदिया एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्री एन एस बेस  के निर्देशन में थाना मलावर प्रभारी नरेंद्र सिंह गुर्जर, उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह सोलंकी आरक्षक 477 मुकेश पवैया आरक्षक 972 शिवराज एवं आरक्षक 811 रवि धाकड़ ने आरोपी को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है साथ ही पुलिस टीम का साथ जिले की साइबर सेल द्वारा भी दिया गया।