इंदौर। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी लोकेश कुमार जाटव ने कहा कि जिन्हें बार-बार माफ किया, वह माफिया बन गये। अब इंदौर जिले में किसी भी अपराधी को माफ नहीं किया जायेगा, और ना ही छोड़ा जायेगा। उनके तथा उन्हें सहयोग देने वालों के विरूद्ध सख्त और प्रभावी कार्रवाई की जायेगी। इंदौर जिले को माफिया मुक्त जिला बनाया जायेगा। जिले में किसी भी श्रेणी में संगठित अपराध करने वालों का अपराध क्षम्य नहीं होगा। उनके विरूद्ध प्रभावी कार्रवाई कर आमजन को भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराया जायेगा।
श्री जाटव आज यहां कलेक्टर कार्यालय में ऑपरेशन क्लीन अभियान के तहत की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इस बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रूचिवर्धन मिश्र, नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षकगण मोहम्मद युसुफ कुरैशी, अवधेश कुमार गोस्वामी, सूरज वर्मा, एडीएम बीबीएस तोमर, डी.के. जैन, नगर निगम, सहकारिता, पुलिस सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी लोकेश कुमार जाटव ने कहा कि संगठित अपराध करने वाला अपराधी समाज के लिये घातक है। वह माफी के लायक नहीं है। माफ करते रहने से वह माफिया बन जाता है। वह समाज को किसी न किसी तरह परेशान करता रहता है। समाज में भय का वातावरण रहता है। आमजन को परेशान करने वालों को चैन से नहीं रहने दिया जायेगा। उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जायेगा। अपराधियों एवं अपराध को जड़मूल से समाप्त करने के लिये प्रभावी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि अपराधियों को सहयोग देने वालों को भी नहीं छोड़ा जायेगा।
श्री जाटव ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जिले में ऑपरेशन क्लीन अभियान के तहत निष्पक्ष एवं पारदर्शी रूप से प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। इसका प्रभाव आमजन को भी दिखायी दे। माफिया किसी भी क्षेत्र का हो, चाहे वह सहकारिता के माध्यम से भूमाफिया हो, माइनिंग माफिया हो, ड्रग माफिया, बाजारों में अवैध वसूली या परिवहन के क्षेत्र में एकाधिकार स्थापित कर रखा हो, आमजन के साथ आर्थिक रूप से धोखाधड़ी कर रहा हो, उन्हें छोड़ा नहीं जाये, सख्त कार्रवाई की जाये। कार्रवाई से आमजन का विश्वास अर्जित किया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि अभियान के तहत दर्ज की जाने वाली एफआईआर में तुरंत जाँच कर तुरंत चालान प्रस्तुत किया जाये। साथ ही उन्होंने सहकारिता विभाग को निर्देश दिये कि वे रिकार्ड को सुरक्षित रखने के लिये रिकार्ड को कोषालय में जमा करायें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी सूची तैयार कर शीघ्र से शीघ्र कार्रवाई करें। इस अभियान के तहत की जाने वाली कार्रवाई की प्रतिदिन समीक्षा की जायेगी। जिले में एन्टी माफिया डे भी आयोजित किया जायेगा। इसके तहत सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर सभी विभाग मिलकर संयुक्त रूप से प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती रूचिवर्धन मिश्र ने अभियान के तहत की जाने वाली कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पुराने प्रकरणों का परीक्षण किया जाये। पुराने प्रकरणों के आधार पर भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।