इंदौर। कवि और शायर एक मंच पर हों तो गंगा जमना तहज़ीब से मोहब्बत करने वालों के चेहरे चमक उठते हैं।इस तरह की महफ़िलें एक दूसरे के सभी दायरे तोड़ कर दिल से जोड़ देती हैं। हक़ीक़त में वक़्त की यही ज़रूरत है।
खूबसूरत शायरी से सीधे दिल पर दी दस्तक
इंदौर। कवि और शायर एक मंच पर हों तो गंगा जमना तहज़ीब से मोहब्बत करने वालों के चेहरे चमक उठते हैं।इस तरह की महफ़िलें एक दूसरे के सभी दायरे तोड़ कर दिल से जोड़ देती हैं। हक़ीक़त में वक़्त की यही ज़रूरत है।